वर्मी बेड में जैविक खाद कैसे बनाते हैं ?

वर्मी कम्पोस्टिंग खाद बनाने की वैज्ञानिक विधि है, जिसमें केंचुओं का उपयोग करते है, जो आमतौर पर मिट्टी में रहते हैं, बायोमास का भोजन करते हैं और इसे पचान के बाद खाद के रूप में उत्सर्जित करते हैं।


वर्मी बेड
वर्मीकल्चर का अर्थ है "कृमि-खेती"। केंचुए कार्बनिक अपशिष्ट पदार्थों पर भोजन करते हैं और "जैविक खाद" के रूप में उत्सर्जन करते हैं जो नाइट्रेट्स और खनिज जैसे फास्फोरस, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर होते हैं। ये उर्वरकों के रूप में उपयोग किए जाते हैं और मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।


वर्मी कम्पोस्टिंग में सामग्री की आवश्यकता:-

सामग्रीप्रक्रिया में उपयोग
पानीसामान्य
गोबरगाय, भैस
रूफप्लास्टिक शीट
केंचुआAustralian
खरपतवारघास
पत्तेआम
वर्मी बेडआकार 12 feet* 4 feet* 2 feet

पानी:- पानी का उपयोग आमतौर पर किसी अन्य पदार्थ को मिलाये बिना किया जाता है, लेकिन जब चींटियों को वर्मी बेड दिखाई देती है, तो इसमें थोड़ी मात्रा में हल्दी को मिलाया जाता है।

गोबर:- गाय के गोबर को जैविक खाद के लिए पसंद किया जाता है गाय का गोबर नही मिलने पर  भैस और बकरी का गोबर भी  उपयोग कर सकते है।

छत:- छत प्लास्टिक की चादर या पौधों की पत्तियां की हो सकती हैं।

केंचुआ:- कम से कम 2 से 3 किलोग्राम केंचुआ 12 feet* 4 feet * 2 feet  आकार के वर्मी बेड के लिए आवश्यक है।

 खरपतवार बायोमास:- जो खरपतवार आम तौर पर बगीचे और खेत के आसपास उगता है

पत्तियां:-  यह किसी भी पेड़ के पत्ते हो सकते हैं, जो कि आकार मे लगभग 1 इंच * 2 इंच होना चाहिए।

वर्मी बेड:- विभिन्न आकार के वर्मी बेड उपलब्ध होते हैं जैसे कि 8 feet* 4 feet * 2 feet, 10 feet* 4 feet* 2 feet या 12 feet* 4 feet* 2 feet।

प्रक्रिया:- 

  1. वर्मी बेड का आकार कच्चे माल की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
  2. बायोमास इकट्ठा करें और इसे लगभग 8-12 दिनों के लिए सूरज के नीचे रखें। अब इसे कटर का उपयोग करके आवश्यक आकार में काट लें।
  3. गोबर भी इकट्ठा करें और इसे लगभग 8-10 दिनों के लिए धूप में रखें, जो ऊँचाई से 1-2 फीट तक ऊंचा हो।
  4. तेजी से सड़न के लिए ढेर पर पानी का छिड़काव करें।
  5. अब आंशिक रूप से विघटित गोबर, सूखे पत्तों को भर कर एक अच्छा बिस्तर तैयार करें।
  6. कटा हुआ जैव अपशिष्ट और आंशिक रूप से विघटित गोबर की परत को 0.5-1.5 फीट की गहराई तक  में भरे।
  7. एक बार, सभी जैव कचरे को भरने के बाद, मिश्रण पर केंचुओं को छोड़ दें और खाद मिश्रण को पत्तियों और कटी हुई घास के साथ कवर करें।
  8. वातावरण के अनुसार खाद की नमी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से पानी का छिड़काव करें।
  9. चींटियों, छिपकलियों, माउस, सांपों आदि के प्रवेश को रोकने के लिए एक छत के साथ वर्मी बेड को कवर करें और बारिश के पानी और प्रत्यक्ष धूप से खाद की रक्षा करें।
  10. खाद को अधिक ताप से बचाने के लिए लगातार जांच करे। उचित नमी और तापमान बनाए रखें।

परिणाम:- वर्मी कम्पोस्ट की परत 2 से 3 दिनों के आसपास दिखाई देने लगती है और दिन-प्रतिदिन बढ़ती जाती है। पूरे वर्मी बेड को लगभग 45 से 60 दिनों में तैयार किया जाता है। 

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